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गुरुवार, 3 सितंबर 2009
हकीकत
स्वपन की बात जब हकीकत मैं आती है |
कभी रोते हंसाती है कभी हँसते रुलाती है ||
ऐ कान्त
1 टिप्पणी:
Yogesh Verma Swapn
4 सितंबर 2009 को 8:31 am बजे
wah. bahut khoob.
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